जिसके घर में आग लग रही है, उसे नींद नहीं आती | किसी के आग लग जाती है तो बुझाओ-बुझाओ चिल्लाता है, इसी प्रकार बुढापा है, मृत्यु है, अब समय नहीं रहा, जल्दी काम करो, नहीं तो घर जल जायगा | जिसे घर जलता हुआ दीख जाता है, वह दूसरी बात नहीं सुनता | आपकी आयु बीत रही है | यही घर के आग लग रही है | समय ही असली धन है यह व्यर्थ जा रहा है | समय व्यर्थ जाना घर के आग लगने के समान है | सोये और लोगों की निन्दा में समय व्यर्थ बिताया | भोग, प्रमाद, आलस्य और पाप – इन चारों में समय जाना घर में आग लगना है, बिना आग बुझाये उसको चैन नहीं पड़ता | जो इस प्रकार सोते हैं उसने घर में आग लगा रखी है | जो समय को अनमोल समझते हैं उनका समय व्यर्थ नहीं जाता | भगवत कृपा का आश्रय लेकर भजन – ध्यान का साधन जोर से करना चाहिये | इसमें एक तो अभिमान नहीं होता, दूसरे भगवान् की दया काम आती है | प्रयत्न करने से दया खिल जाती है | प्रारब्ध पर काम नहीं छोड़ना चाहिये | फल प्रारब्ध पर छोड़ दें | भगवान् की दया यही है कि प्रयत्न करे | केवल दया-दया पुकारना झूठा है भगवान् का प्रभाव, रहस्य और तत्व को महापुरुषों से, शास्त्रों से जानने की चेष्टा करे | उनका प्रभाव, सामर्थ्य ऐसा है कि एक क्षण में उध्दार कर दे, रहस्य जना दे |
नारायण ! नारायण !! नारायण !!!
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